बरईपार, जौनपुर। सिकरारा क्षेत्र के शाहपुर गांव के बनपुरवा मजरे में रविवार को लगभग 10 बजे में बच्चों ने आसमान में बड़ा गुब्बारा पूरब तरफ से आते देख शोर मचाने पर गांव के बड़े लोग उसे देख सहम गए। गुब्बारा लगभग 10 फ़ीट व्यास का था। धीरे-धीरे इस बीच वह उड़ते हुए कुछ नीचे आया तो लोग देखे कि उसमें लटक रहा लंबा धागा व उसके साथ एक जीपीएस जैसा छोटा बॉक्स लगा था, वह एक बॉस की कोठी में आकर फंस गया। गुब्बारा काफी नीचे आ गया। तभी ग्रामीण भागकर उसके पास पहुंच गए। इस बीच मौके पर रिटायर्ड फौजी वर्तमान प्रधान पति सुनील यादव तेजू ने निकट पहुंचकर देखा तो बताया कि यह गुब्बारा तापमान, हवा की चाल तथा आर्दता नापने के लिए सेना या मौसम विभाग द्वारा छोड़ा जाता है। इसमें किसी को घबराने की बात नहीं है तब जाकर लोगों ने राहत की सांस लिया।
लोगों में गुब्बारे के जानने की ज्यादा जिज्ञासा हुई तो रिटायर्ड फौजी व शिक्षक सुनील, तेजू यादव ने गांव वालों को बताया कि यह मिलिट्री के डिजिकोरा का बैलून है। जिसका उपयोग मिलिट्री वाले तोप फायर के समय तोप पर करेक्शन के लिए उपयोग करते है। डीजीकोरा सेना का एक उपकरण है। जिसका रेडियो सौंडे के साथ जीपीएस एवं थर्मामीटर लगाकर नीचे लटकाया जाता है। जिससे अक्षांश देशांतर के साथ तापमान, नमी, हवा की चाल का पता लगाया जाता है। गुब्बारे में हाइड्रोजन गैस भरी रहती है। यह सेना द्वारा या मौसम विभाग भी छोड़ता है। हो सकता है यह बनारस, से किसी सेना के प्रशिक्षण के दौरान छोड़ा गया हो। बहरहाल जो भी रहा हो पर आसमान में विशालकाय गुब्बारा देख एक बार तो ग्रामीण लग सहम गए। बाद में फौजी द्वारा इसके बारे में बताने के बाद लोगों को सुकून मिला।