- जिला अस्पताल के डॉ. दास ने शक होने पर मो. असहद को किया था आईसोलेट
- 21 मार्च को अपना इलाज कराने पहुंचा था जिला अस्पताल
- आईसोलेशन वार्ड में रखकर टीम कर रही है इलाज
- पूरे मोहल्ले को लॉक डाउन कर परिजनों का लिया गया सैम्पल, किये गये आईसोलेट
नगर कोतवाली थाना क्षेत्र के उर्दूबाजार मोहल्ले के फिरोजशाहपुर में 30 वर्षीय मो. असहद की जांच रिपोर्ट सोमवार को जैसे ही बीएचयू से कोरोना पॉजिटिव की आयी जिले में भूचाल आ गया। आनन-फानन में जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने पूरे जिले को लॉकडाउन करने का आदेश देने के साथ-साथ रात्रि में ही नगर कोतवाली के फिरोसेपुर मोहल्ले को पूरी तरीके से लॉकडाउन कर परिजनों व आस-पास के लोगों के सैम्पल जांच लेकर जांच के लिए भेज दिया। यही नहीं इस मामले का खुलासा जिला अस्पताल में तैनात वरिष्ठ चिकित्सक एमडी डॉ. शाईन दास की सतर्कता के चलते पकड़ा गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मो. असहद सऊदी अरब के मक्का मदीना उमराह की जियारत करने गया था और वहीं से 15 मार्च को लखनऊ वापस लौटा जहां वरुणा ट्रेन से वह सीधे जौनपुर सिटी स्टेशन पर उतरा और ऑटो से अपने घर पहुंच गया। अगले दिन वह खेतासराय थाना क्षेत्र के जमदहां गांव में अपने ससुराल पहुंचा और इस दौरान रिश्तेदारों व अन्य परिचित के लोगों से गले व हाथ मिलाकर लोगों के अभिवादन को स्वीकार करता रहा। यही नहीं एक रात बिताने के बाद अगले दिन पुन: जौनपुर शहर पहुंचा और लोगों से लगातार मिलता जुलता रहा। यही नहीं पार्टियों में भी वह शामिल हुआ था। 20 तारीख को उसके दांत में कुछ दर्द हुआ जिसको दिखाने वो एक डेंटिस्ट के पास पहुंचा था जहां उसे सदर अस्पताल में जाकर इलाज करने की सलाह दी गयी। 21 मार्च को मो. असहद अपना पर्चा बनाकर सीधे वरिष्ठ चिकित्सक डा. साईन दास के चेम्बर में पहुंचा और अपने खासी और जुकाम होने के साथ-साथ सीने में दर्द होने की शिकायत बतायी तो डा. दास को शक हुआ और उन्होंने इसकी सूचना तत्काल उच्चाधिकारियों को देते हुए उसे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर उसके ब्लड का सैम्पल लेकर जांच हेतु वाराणसी बीएचयू भेज दिया। यही नहीं उसके परिवार के छह अन्य लोगों का भी सैम्पल लिया गया। जैसे ही यह रिपोर्ट 23 मार्च को सोमवार को मिली कि मो. असहद कोरोना पॉजिटिव पाया गया पूरे हॉस्पिटल में भी हड़कम्प मच गया। डाक्टरों का कहना है कि उसे अभी भी आइसोलेशन वार्ड में रखकर इलाज किया जा रहा है और किसी को भी उसके आस-पास जाने नहीं दिया जा रहा है। ऐसे में अन्य जो मरीज आ रहे है उन्हें भी अलग से बने आइसोलेशन वार्ड में जांच उपरांत रखा जा रहा है। इस बात ने यह साबित कर दिया कि डॉक्टर की सतर्कता के चलते यह मरीज पकड़ा गया अन्यथा ये अभी ना जाने कितने लोगों को अपनी चपेट में ले लेता। फिलहाल जिला प्रशासन इस बात की भी जांच कर रहा है कि मो. असहद इन दिनों कौन-कौन लोगों से मिला था और कहां-कहां उसने समय बिताया।