उत्तर प्रदेश——–:गोरखपुर भारत और नेपाल के बीच रोटी-बेटी का संबंध है। ऐसे में दोनों देशों के लोग एक दूसरे देश में अपने बेटे बेटियों की शादी करते हैं। शादी विवाह पर अब कोरोना का असर दिख रहा है। सोमवार को सोनौली सीमा से दो दूल्हों को बिना शादी किए ही बैरंग लौटा दिया गया। यह दोनों दूल्हे अपनी बरात लेकर नेपाल जाना चाह रहे थे, लेकिन नेपाल सरकार ने किसी भी नागरिक के प्रवेश पर रोक लगा दिया है। ऐसे में इन्हें शादी करने का भी मौका नहीं मिला। महबूब आलम निवासी मिठौरा महराजगंज जिसकी शादी शबनम खातून से नेपाल के कपिलवस्तु जिले के पडारी चौराहा पर होनी थी। दूसरा दूल्हा रफीक अहमद निवासी रामचौरा कैंपियरगंज जिसकी शादी भैरहवा गल्ला मंडी होनी थी। ये दोनों लोग अपनी बरात लेकर नेपाल जा रहे थे, लेकिन नेपाली प्रशासन ने नेपाल जाने से रोक दिया। अब हम वापस अपने घर को जा रहे है।
उधर, नेपाल में दो कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। इस बात की जानकारी नेपाल के स्वास्थ्य मंत्री भानु भक्त ढकाल ने दी। उन्होंने बताया कि दो नेपाली नागरिक में कोरोना के संक्रमण की पुष्टि हुई है। बताया कि 19 वर्षीय युवक का काठमांडू में टेकु स्थित शुक्र राज ट्रापिकल हास्पिटल में इलाज चल रहा है। उक्त छात्र चीन से नेपाल आया था। दूसरी संक्रमित एक युवती है। वह फ्रांस से कुवैत होते हुए नेपाल आई थी। नेपाल आने के बाद उसे 14 दिन आइसोलेशन रूम में रखा गया था। जहां कोरोना संक्रमण नहीं पाया गया। रविवार को उसकी फिर जांच हुई तो उसमें कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई
यूपी के महराजगंज जिले के कोल्हुई थाना क्षेत्र के गांव महदेवा में खाड़ी देश सऊदी अरब से एक सप्ताह पूर्व आए दो सगे मुसलमानों को कोरोनावायरस की सूचना पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी महराजगंज डा। अशोक कुमार श्रीवास्तव के निर्देश पर लक्ष्मीपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक डा.मनीष कुमार क्ष्क्षसह की टीम ने गांव में जाकर जांच की। दोनों युवकों में कोरोनावायरस के कोई लक्षण नहीं मिले। मुस्ताक अहमद और व्यवस्थाआज अहमद दोनों सगे भाई हैं। जिसमें मुस्ताक अहमद सऊदी अरब के शहर जीगे और इंतजाज अहमद दुबई में रहता था। मुस्ताक अहमद चार मार्च और इंतजाज अहमद 10 मार्च, को अपने घर आ गए। डा। मनीष कुमार ष्क्षसह ने बताया कि सूचना के बाद दोनों लोगों की जांच की गई है। सब कुछ सामान्य मिला। गांव में 12 तारीख को केरल से कमा कर लौटे 30 वर्षीय ध्रुव कुमार शर्मा की भी जांच की गई। उनमें भी कोई लक्षण नहीं मिला।