भदोही, 31 मार्च। उत्तर प्रदेश के भदोही शहर की एक मस्जिद से मंगलवार की शाम पुलिस ने 11 बंगलादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया है। सभी लोग दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित धार्मिक जलसे में शामिल होने गए थे। पुलिस सभी का वैध दस्तावेज जांच कर रहीं है। सभी की ‘कोरोना संक्रमण’ की जांच कराई गई है। लेकिन किसी में संक्रमण नहीँ पाया गया है। लेकिन उन्हें निगरानी में रखा गया है। सवाल यह भी है कि देश भर में लॉक डाउन है फ़िर इन्हें भीड़ जुटाने की अनुमति किसने दिया।
एसपी ने बताया जांच में किसी को नहीँ मिला कोरोना संक्रमण , निगरानी में रखा गया
भदोही पुलिस अधीक्षक आरबी सिंह के अनुसार सभी लोग दिल्ली में आयोजित धार्मिक जलसे में भाग लिया था। 27 फरवरी से 03 मार्च तक सभी लोग दिल्ली में रहे। 04 मार्च को दिल्ली से भदोही आए थे। सभी काजीपुर के मरकजी मस्जिद के गेस्टहाउस में रह रहे थे। पुलिस अधीक्षक के अनुसार इनके साथ तीन और लोग हैं जो दक्षिण भारत से हैं। दिल्ली की बेन्गोली मस्जिद में जांच के बाद कोरोना संक्रमण पाए जाने के बाद सूचना पर इन्हें कब्जे में लेकर जांच कराई गई है।
26 दिन से भदोही में रह कर कर रहे थे धार्मिक प्रचार- प्रसार
बंगलादेशी नागरिकों ने पूछताछ में बताया कि वह धर्म प्रचार के लिए भदोही आए थे। पुलिस अधीक्षक ने भी बताया है कि उन्होंने धार्मिक सभाएं भी की थी। खुफिया से मिली जानकारी पर पुलिस ने सभी की जांच कराई है। किसी में भी कोरोना संक्रमण नहीँ पाया गया है। लेकिन सभी विदेशी नागरिकों को महाराजा बलवंत सिंह चिकित्सालय में जांच के बाद चौदह दिन के लिए निगरानी में रखा गया है। सभी नागरिकों के आवश्यक दस्तावेजों की जांच की जा रही हैं। लेकिन सवाल उठता है कि 25 दिन से इतनी संख्या में विदेशी नागरिक रह रहे हैं और खुफिया को पता तक नहीँ चला। सवाल यह भी हैं कि आखिर धार्मिक प्रचार में उन्होंने क्या संदेश दिया।