चेतन सिंह
बरसठी, जौनपुर। एक तरफ जहां पूरा देश कोरोना महामारी से लड़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पुन: लॉकडाउन की अवधि को 3 मई तक बढ़ा दी है। इसका सभी ने स्वागत किया है। आज ही लॉकडाउन समाप्त होनी थी। देश में बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए गांव के ग्रामीण भी अब चिंतित है। जहां पूरा देश इस महामारी से लड़ने के लिए एक साथ खड़ा है ऐसे में देश की सबसे छोटी पंचायत के मुखिया भी लगातार हर संभव अपनी जिम्मेदारी का बखूबी निर्वहन करते देखे जा रहे है। बरसठी के गोहका गांव के प्रधान व जिलाध्यक्ष प्रधान संघ ने अपने गांव में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जिसकी चहुओर चर्चा हो रही हैं।
गोहका गांव के ग्राम प्रधान मनोज यादव खुद एक डॉक्टर भी है। उन्होंने लगातार प्रयास कर पूरे गांव के ग्रामीणों की स्वास्थ्य थर्मल स्क्रीनिंग, बीपी, शुगर, प्लस रेट की खुद ही जांच कर डाली है। उनके लगातार प्रयास से गांव के किसी भी व्यक्ति को कोरोना के संक्रमण से बचाया जा सकता है। गांवों में लगातार लोगों को मास्क, साबुन बांटकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। प्रधान गोहका डॉ. मनोज कुमार यादव ने बताया कि मैं दोनों पदों को बख़ूबी निभाने की कोशिश कर रहा हूं आज कोविड-19 से पूरा विश्व लड़ रहा है। ऐसे में एक ग्राम प्रधान के साथ-साथ चिकित्सक होने के नाते यह दायित्व है कि लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक कर सकूं। जिससे लोग दिन में कम से कम 7-8 बार अपने हाथों को धोए, सोशल डिस्टेसिंग का पालन करें ग्रामीणों को यह बताया गया है कि कोई भी बाहरी व्यक्ति गांव में आता है तो तुरंत इसके सूचना हमें दें हम उन्हें क्वारेटाइन और आइसोलेट कर रहे है।
उन्होंने बताया कि मैं अपने गांव की साफ़-सफाई के साथ-साथ दवा छिड़काव फॉगिंग भी विशेष तौर पर करावा रहा हूं जिससे गांव में वैक्टीरिया हॉबी न हो ग्रामीण स्वस्थ रहे। बताते दें कि डॉ. मनोज यादव के प्रयास से गांव के बच्चे, बूढ़े, महिला, पुरुष सहित लगभग तीन हजार से ज्यादा लोगों की जांच किया जा चुका है। आपको बता दें ग्राम प्रधान के साथ ही एक चिकित्सक के रूप में उनकी इस भूमिका की क्षेत्रीयजन ख़ूब सराहना कर रहे है।