
बता दें कि खबरों के अनुसार पी आर वी 2364 पर तैनात एक ड्राइवर काफी दिनों से शराब माफिया दिनेश यादव से जुड़ा था। 60 लाख से ऊपर की पकड़ी गई शराब और रा मटेरियल पकड़े जाने के बाद भी पी आर वी ड्राइवर का संपर्क शराब माफिया से बना हुआ था।पुलिस ने शराब माफिया का नंबर सर्विलांस पर लोकेशन ट्रेस के लिये डाल रखा था।इसी दौरान पी आर वी ड्राइवर से शराब माफिया का कई बार बातचीत हुई।जब पुलिस अधीक्षक जौनपुर को पता चला कि यह नंबर पी आर वी बरसठी में तैनात एक ड्राइवर का है तो पुलिस अधीक्षक के पैरों से जमीन खिसक गयी।आननफानन में एस पी साहब आज मंगलवार को दोपहर बाद बरसठी थाने पर आ धमके ,और ड्राइवर को तलब किये।ट्रेस नंबर काल किये तो वह ड्राइवर की जेब मे घनघनाने लगा।किसी को इसकी भनक न लगे इस लिए थानाप्रभारी को निर्देश दिए कि इसे लेकर जिले पर आए।एस पी साहब के निर्देश पर थानाप्रभारी बरसठी उक्त ड्राइवर को लेकर पुलिस अधीक्षक के दरबार मे हाजिर हुए हैं।
बता दे कि शराब माफिया का सम्बंध बरसठी थाने के एक एस आई से भी बताया जा रहा है।शराब पकड़े जाने के पहले यह एस आई महोदय शराब माफिया की पार्टी में सम्मिलित होकर पार्टी की शोभा बढ़ाये थे।बरसठी थाने पर तैनात एक और सिपाही जो शराब माफिया के बिरादरी के ही था अब अन्यत्र थाने पर स्थानांतरित होकर कार्यरत हैं उसका भी था।यही कारण था कि बरसठी पुलिस को जब मुखबिर से सूचना मिली कि भारी मात्रा में शराब बनाने का केमिकल उतारा गया है तो बरसठी पुलिस उस एस आई को कानोकान खबर नही लगने दिया कि की राजापुर में छापा पड़ेगा ,नही तो उस दिन भी बरसठी पुलिस के हाथ खाली ही रहते,फिलहाल पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार ने इस मामले को गंभीरता से लिया और मामले की जांच कराने में जुट गए है,एसपी जौनपुर लगातार लापरवाह व भ्रष्ट पुलिस कर्मियों को या तो निलंबित किया या फिर खुदअपने ही कर्मियों को जेल भेजने से भी नही परहेज करते है अब देखना यह कि इस मामले को कितनी गम्भीरता से कप्तान साहब लेते है ये तो आने वाला ही वक्त बतायेगा।