कोरोना ने बता दिया, इस देश का सबकुछ उच्च मध्यवर्ग और मध्यवर्ग के लिए है, मेहनतकशों के हिस्से उपेक्षा, अपमान और अभाव है- संदर्भ कोटा – राजस्थान से मध्यवर्ग के बेटे-बेटियों को लाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने 300 बसों का इंतजाम किया।
जहां एक ओर प्रवासी मजदूरों को लॉकडाउन के नाम पर यातना गृहों जैसी जगहों में रहने या किसी पुल नीचे जानवरों की तरह दिन-रात काटने के लिए विवश किया जा रहा है, वहीं उच्च मध्यवर्ग और मध्यवर्ग लोगों को उनके सुकूनदायी स्थानों पर पहुंचाने के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं।