लखनऊ। लॉकडाउन फेज थ्री का दंश झेल रहे पियक्कड़ों के लिए सोमवार को खुशी का ठिकाना नहीं रहा। लॉकडाउन के 40 दिन बाद जब प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर शराब की दुकानें खुलीं तो दारू प्रेमियों की बेतहाशा फीड़ मयखाने की तरफ चल पड़ी। सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए शराब प्रेमियों ने शराब स्टॉक करना भी शुरू कर दिया। अंग्रेजी शराब की खरीद में तीन गुना तक इजाफा हुआ। राजधानी लखनऊ में पहले दिन 6.3 करोड़ की शराब बिकी। जबकि दर्जन भर जिलों में पांच करोड़ या उससे अधिक में शराब बिकी। आबकारी विभाग का अनुमान है कि प्रदेश में पहले ही दिन करीब 300 करोड़ शराब की बिक्री हुई है। एक ओर शराब कारोबारियों को इससे फायदा हुआ तो दूसरी ओर इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ता सुनील चौधरी ने भी शराब की बिक्री पर रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस और रजिस्ट्रार जनरल को ईमेल लिखकर शराब की बिक्री पर रोक लगाने की मांग की है। इससे पहले लखनऊ एसीपी अनिल कुमार ने भी ट्वीट कर शराब की बिक्री पर रोक लगाने की मांग की थी। हालांकि, बाद में उन्होंने ट्वीट डिलीट कर दिया।
हाईकोर्ट के अधिवक्ता सुनील चौधरी ने ईमेल भेजकर कोर्ट से शराब की बिक्री पर रोक लगाने की मांग की है। बता दें याची अधिवक्ता पूर्व में भी प्रयागराज और मेरठ में रेड लाइट एरिया को लेकर जनहित याचिका दाखिल कर चुके हैं। याची की जनहित याचिका पर कोर्ट ने प्रयागराज के मीरगंज और मेरठ के रेड लाइट एरिया को पूरी तरह से बंद कराया था।
लखनऊ में 6.3 करोड़ में बिकी शराब
सामान्य दिनों में 1.25 से 1.5 करोड़ तक होने वाली अंग्रेजी शराब की बिक्री 4.5 करोड़ तक हुई। वहीं देसी दारू की बिक्री एक करोड़ रुपये तक हुई। लखनऊ में करीब 6.3 रुपये में शराब बिकी। आम दिनों में राजधानी में करीब दो करोड़ की शराब की बिक्री होती है लेकिन इसमें बार रेस्टोरेंट व लाइसेंसी होटल शामिल नहीं हैं। राजधानी में कुल 887 दुकानें हैं जिसमें 805 दुकानें खुली रहीं। हॉटस्पाट एरिया में 60 दुकानें बंद रहीं। यूपी लिकर सेलर वेलफेयर असोसिएशन के महासचिव कन्हैया लाल मौर्य का कहना है कि गौतमबुद्धनगर, मुजफ्फनगर, गाजियाबाद, मुरादाबाद, वाराणसी, गोरखपुर, आजमगढ़, प्रयागराज जैसे दर्जन भर जिलों में पांच करोड़ रुपये से ज्यादा की शराब सोमवार को बिकी। इनमें करीब 4.7 करोड़ की अंग्रेजी और 1.6 करोड़ की देसी व बीयर की बिक्री हुई।
नहीं तोड़ पाई 2015 का रिकार्ड
लखनऊ में पहले दिन पियक्कड़ों की भीड़ देख कर यह अनुमान लगाया जा सकता था कि शराब की बिक्री 8-9 करोड़ तक जा सकती है। इससे 2015 का रिकॉर्ड टूट सकता था। लेकिन शाम को हुई बारिश और आंधी तूफान आने के कारण यह रिकॉर्ड नहीं टूट सका। बता दें कि 2015 में 6.8 करोड़ की रिकॉर्ड तोड़ बिक्री हुई थी।