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अब विदेशों में वैक्सीन ज्यादा नहीं भेजेगा भारत, कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच घरेलू मांग पर पूरा फोकस
Namo TV Bharat March 25, 2021
अब विदेशों में वैक्सीन ज्यादा नहीं भेजेगा भारत, कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच घरेलू मांग पर पूरा फोकस
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच भारत अब कोविड-19 वैक्सीन के निर्यात को मंजूरी नहीं देगा। भारत का पूरा ध्यान अब घरेलू मांग को पूरी करने पर केंद्रित होगा। संबंधित अधिकारियों ने बुधवार (25 मार्च) को बताया कि भारत ने जिस अलग-अलग देशों को वैक्सीन देने का वादा किया है वो प्रतिबद्धताएं पूरी करेगा लेकिन आने वाले वक्त में कुछ महीनों के लिए निर्यात को बढ़ावा नहीं देगा और ना ही इसका विस्तार करेगा। भारत में मार्च महीने के बाद से ही कोविड-19 केस के बहुत मामले सामने आ रहे हैं। अधिकारियों ने कहा है कि आने वाले दो से तीन महीने पहले इस बात की समीक्षा की जाएगी। भारत में वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत 16 जनवरी 2021 से हुई थी और विदेशों में वैक्सीन आपूर्ति करना भारत ने 20 जनवरी से शुरू किया था। भारत अबतक लगभग 80 देशों को 6 करोड़ 6 लाख से ज्यादा वैक्सीन डोज भेज चुका है।
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच भारत ने एस्ट्राजेनेका-ऑक्सफोर्ड वैक्सीन के सभी प्रमुख निर्यातों पर अस्थायी रोक लगा दी है। ये वैक्सीन णे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा बनाई जाती है। सूत्रों के अनुसार, भारत के इस कदम से डब्ल्यूएचओ समर्थित कोवैक्स वैक्सीन-शेयरिंग अभियान पर असर पड़ने वाला है। जिसके माध्यम से 180 से अधिक देशों में, जिसमें ज्यादातर गरीब देशों को वैक्सीन की खुराक मिलने की उम्मीद है।
डब्ल्यूएचओ के कोवैक्स वैक्सीन-शेयरिंग अभियान के तहत भारत ने अब तक एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की 17.7 मिलियन खुराक की आपूर्ति की है, जिसे भारत में स्थानीय स्तर पर कोविडशील्ड वैक्सीन के रूप में जाना जाता है। विदेश मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, गुरुवार से भारत में कोई वैक्सीन निर्यात नहीं हुआ है।
भारत ने वैक्सीन निर्यात को रोकने के कदम ऐसे वक्त में उठाए हैं, जब देश में एक अप्रैल से शुरू होने वाले 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को वैक्सीनेशन अभियान में शामिल किया जाएगा। अभीतक 45 से पार वैसे लोगों को वैक्सीन दी जा रही थी, जो गंभीर बीमारी से पीड़ित थे।
न्यूज एजेंसी रायटर के मुताबिक वैक्सीनेशन से जुड़े एक अधिकारी ने जानकारी दी है कि भारत फिलहाल टीका का कोई निर्यात नहीं करेगा। भारत में जब कोरोना के मामले स्थिर हो जाऐंगे फिर इस पर विचार किया जाएगा। सरकार इस समय इतना बड़ा रिस्क नहीं लेगी जब भारत में इतने टीकाकरण की आवश्यकता हो।
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