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October 07, 2024
राजीविका उत्पादों को लोकप्रिय बनाने में सहयोग करें स्थानीय व्यापारी-उद्योगपति
Namo TV Bharat September 19, 2022
राजीविका उत्पादों को लोकप्रिय बनाने में सहयोग करें स्थानीय व्यापारी-उद्योगपति
रिपोर्ट: विनोद राजपूत
राजस्थान, श्रीगंगानगर। जिला कलक्टर श्रीमती रूक्मणि रियार सिहाग ने सोमवार सुबह कलेक्ट्रेट सभागार में सामाजिक सरोकार के तहत स्थानीय व्यापारियों व उद्योगपतियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने राजीविका (राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद) स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा हस्तनिर्मित उत्पादों को लोकप्रिय बनाने के लिये व्यापारियों व उद्योगपतियों से सहयोग मांगा।
बैठक में जिला कलक्टर ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा तैयार किये जा रहे हस्तनिर्मित उत्पादों की जानकारी देते हुए बताया कि राजीविका के तहत महिलाएं समूह में जुड़कर अपने-अपने गांवों में ही इन्हें बना रही हैं। इन महिलाओं द्वारा सॉफ्ट टॉयज, हैंडीक्राफ्ट आइटम्स, चूड़ियां, कुशन, होममेड अगरबत्ती, सुगंधित मोमबत्ती, हर्बल साबुन, सर्फ, लड्डू गोपाल पोशाक, दरी, टीकॉस्टर, नमकीन आचार, स्टेशनरी, गत्ता पैड, फाइल कवर, एनवलप इत्यादि बनाये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि महिला सदस्यों के आजीविका सर्वंद्धन के लिये राजीविका मार्ट 195 जी ब्लॉक (रामलीला मैदान के सामने, सुखाडिया सर्कल) शुरू किया गया है, जहां पर ये सभी उत्पाद बिक्री के लिये उपलब्ध हैं। साथ ही इन उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री के लिये भी प्रयास जारी हैं।
इन उत्पादों को लोकप्रिय बनाने में स्थानीय व्यापारियों और उद्योगपतियों से सहयोग का आह्वान करते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि अगर बाजार में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों की बिक्री होती है, तो न केवल इन महिलाओं का उत्साहवर्धन होगा बल्कि उनकी आजीविका भी सुदृढ़ होगी। उन्होंने सुझाव दिया कि सामाजिक संस्थाएं सहित आमजन भी आगामी त्योहारों में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा तैयार उत्पादों को गिफ्ट हैम्पर के रूप में देकर सामाजिक सरोकार निभा सकते हैं।
इस अवसर पर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने भी अपने हाथों से निर्मित उत्पादों की जानकारी देते हुए बताया कि अलग-अलग गांव में अलग-अलग महिलाओं के समूह इन वस्तुओं को बना रहे हैं। जल्द ही कैर और सांगरी का आचार भी बनाकर बिक्री के लिये उपलब्ध करवाया जायेगा। राजीविका के जिला प्रबंधक श्री चन्द्रशेखर ने जारी गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि जिले में 6 हजार से अधिक समूह सक्रिय हैं, जिनमें 60 हजार से अधिक महिलाएं जुड़ी हुई हैं। इन्हीं महिलाओं के अलग-अलग समूहों द्वारा उत्पाद बनाये जा रहे हैं, जिन्हें बिक्री के लिये राजीविका मार्ट में रखा गया है।
बैठक में मौजूद श्री दिलदार सिंह बीर, श्री जयदीप बिहाणी, श्री पी.एस. सूदन, श्री आदित्य चितलांगिया ने भी अपनी ओर से उपयोगी सुझाव देते हुए स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा हस्तनिर्मित उत्पादों की सराहना की। इन्होंने बताया कि अगर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा इसी तरह गुणवत्तापूर्ण उत्पाद बनाकर उन्हें वाजिब मूल्य पर बिक्री के लिये उपलब्ध करवाया जाता रहा तो यह उनके लिये लाभदायक रहेगा। महात्मा गांधी नेशनल फैलो सुश्री निशा शर्मा, श्रीमती पारस, खण्डेलिया ऑयल मिल के प्रतिनिधि सहित अन्य मौजूद रहे।
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